Tuesday, November 29, 2011

आँसू ......

ऐ मेरे दिल तू दर्द में मजा ले रहा है |
आँसू बह रहे है मेरे, भला तू किस बात की सजा दे रहा है ||
मुझे यकिन है , की मेरे गम से तू भी दुखी है |
लेकिन मुझे ये बता ऐ दिल, जिसने आँसू दिए गम दिया ||
वह भला अभी भी इस दिल में क्यों रह रहा है |||

2 comments:

  1. सुंदर रचना।
    गहरे अहसास।

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  2. dhanywad pryash jari hai...kripiya samprk me rahe ..

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